गोवर्धन पूजा 2023 शुभ मुहूर्त
गोवर्धन पूजा क्यों मनाई जाती है
गोवर्धन पूजा को पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार जब भगवान श्री कृष्ण ने अपने और गांव के गोकुल वासनाओं से भगवान इंद्र की पूजा करने को मना किया था और उन्होंने कहा था कि तुम इंद्र क्यों हो अगर पूजा करनी है तो गाय माता की करो और उन्होंने इंद्र से कहा की पूजा नहीं दी इस बात को लेकर इंद्र को भारी बारिश का सामना करना पड़ा और गांव वालों ने गांव में तबाही मचा दी इंद्र के कहर से बचने के लिए भगवान श्री कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को आल्हा की धरती पर उठाया था इसलिए यह विशेष दिन को महोत्सव को मास्टर को गोवर्धन के पूजा के रूप में मनाया जाता है
गोवर्धन पूजा कब होती है 2023 शुभ मुहूर्त
इस वर्ष दीपावली 12 नवंबर को मनाई जा रही है लेकिन कुछ लोगों द्वारा गोवर्धन पूजा की स्थिति को लेकर बहुत से ब्रह्मा की उत्पत्ति हो रही है।
इस साल गोवर्धन पूजा 13 नवंबर और 14 नवंबर दोनों दिन ही को गोवर्धन पूजा को मनाया जा रहा है ठीक पंचांग के अनुसार गोवर्धन पूजा का शुभ प्रभात काल उत्सव 14 नवंबर को सुबह 6:30 बजे से शाम 8:52 बजे तक ऐसे गोवर्धन पूजा के लिए 2 घंटे 9 मिनट तक का समय-समय का उत्सव ही रहेगा
कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को कितने दिनों में उठाया था
जब गोकुल वीडियो पर इंद्र का कर होकर बारिश कर रहे थे तो भगवान श्री कृष्णा बृजवासियों को भूख और प्यास से व्याकुल हो हो गई जब भगवान श्री कृष्ण ने उनको 7 दिन तक उनके गोवर्धन पर्वत को एक उंगली पर उठा रखा और तभी से भगवान भक्त गोवर्धन की पूजा की जाती है
दीपावली क्यों मनाई जाती है
दीपावली को सबसे महत्वपूर्ण और सार्वजनिक त्योहार माना जाता है। इस दिन गांव के लोग नई पोशाकें सजाते हैं। इस त्योहार को खुशियां मिलती हैं। 14 साल के वनवास के बाद जब अयोध्या आगमन हुआ तो इस अवसर पर गांववासियों ने उनका स्वागत किया। के रूप में मनाया जाता है
गोवर्धन पर्वत किसका पुत्र था
प्रारंभिक कथा के अनुसार जब प्राचीन काल में लोग तीर्थ यात्रा करते थे तो पल्स एक ऋषि गोवर्धन पर्वत के पास पहुंचे और वहां जाकर गोवर्धन पर्वत की सुंदरता को देखकर अति प्रसन्न हो उन्होंने द्रोणाचल पर्वत से हाथ जोड़कर निवे गोवर्धन पूजा कब होती है 2023 शुभ मुहूर्त
इस वर्ष दीपावली 12 नवंबर को मनाई जा रही है लेकिन कुछ लोगों द्वारा गोवर्धन पूजा की स्थिति को लेकर बहुत से ब्रह्मा की उत्पत्ति हो रही है।
इस साल गोवर्धन पूजा 13 नवंबर और 14 नवंबर दोनों दिन ही को गोवर्धन पूजा को मनाया जा रहा है ठीक पंचांग के अनुसार गोवर्धन पूजा का शुभ प्रभात काल उत्सव 14 नवंबर को सुबह 6:30 बजे से शाम 8:52 बजे तक ऐसे गोवर्धन पूजा के लिए 2 घंटे 9 मिनट तक का समय-समय का उत्सव ही रहेगा
दन किया कि आप मुझे इस गोवर्धन मुझे दे दीजिए और मैं इसे अपने काशी में ले जाकर स्थापित करूंगा और और वहीं इनकी पूजा करूंगा
रामायण में बताया गया है कि भगवान श्री राम ने 14 वर्ष का वनवास काटने के लिए अपने पिता को वनवास भेजा था और समय लंका रावण ने अपनी पत्नी का वध कर अपनी पत्नी और अपने भाई के साथ लक्ष्मण का वध किया था। अयोध्या में थे, उसी दिन से ही अयोध्या में दीपक का स्वागत किया गया था और एक ही दिन से ही दीपावली मनाई गई थी और हर शहर के लोग गांव में दीपक जलाए गए थे।
रामायण में बताया गया है कि भगवान श्री राम ने 14 वर्ष का वनवास काटने के लिए अपने पिता को वनवास भेजा था और समय लंका रावण ने अपनी पत्नी का वध कर अपनी पत्नी और अपने भाई के साथ लक्ष्मण का वध किया था। अयोध्या में थे, उसी दिन से ही अयोध्या में दीपक का स्वागत किया गया था और एक ही दिन से ही दीपावली मनाई गई थी और हर शहर के लोग गांव में दीपक जलाए गए थे।
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