Header Ads

हाल में हुये ट्रेन हादसे में ms Dhoni और विराट कोहली ने ऐसा क्या कहा जानिये सच जानिये


हाल में हुये ट्रेन हादसे में ms Dhoni और विराट कोहली ने ऐसा क्या कहा जानिये क्या सच है

 


 

 क्या हुआ 

हाल मै हुये ट्रेन हादसे मै बताया जा रहा हैं train की speed 125km/h की थी यह ट्रेन लाइन पर काढ़ी एक मालगाड़ी से टकरा गयी जिस का इंजन मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गया और  जिस के 7 डिब्बे पलट गये  जिस मै बहोत लोग मारे गये 
इस ट्रेन हादसे मै तकनिकल signal बतया जा रहा है

क्या सच है 

देश को झकझोर देने वाले ओडिशा ट्रेन हादसे में 250 से अधिक लोगों की मौत हो गई और 900 से ज्यादा यात्री घायल  हो गए। हमे इस बात का बेहहद अपसोस (दुख;) है रेलवे अधिकारियों ने बताया कि हादसा तकनीकी गड़बड़ी की वजह से हुआ। इस घटना पर राजनीतिक, फिल्मी और खेल जगत की हस्तियों के साथ-साथ पूरे भारत ने दुख जताई है सोशल मीडिया पर शोक संवेदना व्यक्त की गई। लेकिन इस बीच एक खबर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है, कि विराट कोहली 30 करोड़ रुपये दान की है, पर इस खबर की सच्चाई कुछ और है।



ओडिशा ट्रेन हादसा पर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिए इंग्लैंड गए पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली ने भी इस घटना पर अफसोस जताया। कोहली ने ट्वीट में लिखा 'ओडिशा ट्रेन दुर्घटना की घटना के बारे में जानकर मुझे बहुत दुख हुआ है। इस हादसे में जान गंवाने वालों के परिवारों के दर्द के बारे में सोच रहे हैं. साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं"।



रेल दुर्घटना के शिकार लोगों के लिए 30 करोड़ रुपये और इस अभियान को बल मिला कि उन्होंने यह राशि दुर्घटना राहत कोष में दी है। इंस्टाग्राम, फेसबुक और ट्विटर जैसे हर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने पोस्ट देखा है कि कोहली ने 30 करोड़ रुपये का दान दिया है। पोस्ट में ये भी कहा गया कि कोहली के साथ-साथ महेंद्र सिंह धोनी ने भी 60 करोड़ रुपये दान किए।


क्या यह बता सच है 

ms Dhoni और virat kohli के बारे में 

घुटने की सर्जरी के बाद घर पर आराम कर रहे धोनी ने इस घटना पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। कोई घोषणा नहीं की गई थी लेकिन उनके प्रशंसकों ने प्रचार करना शुरू कर दिया कि उन्होंने 60 करोड़ रुपये दान किए हैं। इन पोस्ट को सच मानने वाले फैन्स ने इन्हें शेयर किया और अपने चहेते खिलाड़ियों के काम पर गर्व जताया सच तो यह है कोहली और धोनी ने एक भी डोनेशन नहीं किया है।  सभी जानकारी सोशल मीडिया से ली गई है। 



यह एक फर्जी संदेश है जिसे टेलीग्राम, व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फैलाया जा रहा है। दूसरी ओर, कई ट्विटर उपयोगकर्ता भी घातक दुर्घटना को 'सांप्रदायिक रंग' देते नजर आ रहे हैं। फर्जी ट्वीट्स पर ध्यान देते हुए ओडिशा पुलिस ने चेतावनी दी कि ऐसी पोस्ट के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ओडिशा पुलिस की ओर से कहा गया- यह देखने में आया है कि कुछ सोशल मीडिया हैंडल शरारती तरीके से बालासोर में हुए दुखद ट्रेन हादसे को सांप्रदायिक रंग दे रहे हैं। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हम सभी संबंधितों से अपील करते हैं कि वे इस तरह के झूठे और दुर्भावनापूर्ण पोस्ट प्रसारित करने से बचें। उन्होंने चेतावनी दी- अफवाहें फैलाकर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी।





कोई टिप्पणी नहीं

Blogger द्वारा संचालित.